शिवपाल का दर्द, बोले- अखिलेश को सीएम बनाने के लिए कुर्बान की पार्टी, 2017 में छोड़ा था केन्द्रीय मंत्री पद
शिवपाल का दर्द, बोले- अखिलेश को सीएम बनाने के लिए कुर्बान की पार्टी, 2017 में छोड़ा था केन्द्रीय मंत
इटावा. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने बड़ा बयान दिया है. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अगर हम चाहते तो 2017 में ही केंद्र में मंत्री बन जाते. लेकिन बुनकर, मजदूरों, गरीबों के हितों को ध्यान में रखते हुए नहीं स्वीकारा पद. उन्होंने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव के आदेश पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन किया था. प्रसपा 100 सीटों पर प्रदेश में चुनाव लड़ना चाहती थी लेकिन अगर हम चुनाव लड़ाते तो भाजपा नहीं हट पाती. इसलिए हमने त्याग किया, मैंने जितना त्याग और संघर्ष किया इतना संघर्ष किसी ने नहीं किया होगा.
शिवपाल ने कहा कि तीन महीने पहले तक हमें ऑफर दिया गया. शिवपाल सिंह यादव के इस रहस्योद्घाटन के बाद में उनकी सभा में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है. जसवंतनगर से चुनाव लड़ रहे शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav News) को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए उन्होंने अपनी पार्टी और चुनाव चिह्न की कुर्बानी दी है. यूपी चुनाव के लिए जारी सियासी घमासान के बीच शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि वह चाहते हैं कि अखिलेश यादव फिर से मुख्यमंत्री बने. इसीलिए उन्होंने इतनी बड़ी कुर्बानी दी है. उन्होंने कहा कि भले ही मैंने अलग पार्टी बना ली, मगर हमेशा नेता जी मुलायम सिंह यादव से मिलता रहा. वह हमेशा हमें और अखिलेश को एकजुट देखना चाहते हैं.
हालांकि, शिवपाल यादव का फिर वह दर्द भी छलका, जिसकी चर्चा काफी दिनों से हो रही है. शिवपाल यादव ने कहा कि उनकी पार्टी ने सौ से अधिक सीटों पर कैंडिडेट भी फाइनल कर लिए थे, मगर उनके हिस्से केवल एक सीट यानी जसवंतनगर विधानसभा सीट आई. अगर अधिक सीटें मिलतीं तो हम सभी सीटें जीत लेते. उन्होंने आगे कहा कि फिर भी हमारा गठबंधन भाजपा का सफाया कर रहा है. बता दें कि शिवपाल यादव सपा के चुनाव चिह्न साइकिल पर ताल ठोक रहे हैं.
सपा प्रत्याशी सर्वेश शाक्य के लिए शिवपाल यादव ने आज पहली बार शहर में प्रचार किया. शिवपाल यादव ने हिजाब पहनने के मामले में कहा बीजेपी चुनाव आते ही ऐसे मामले उछालती है. यह अधिकार का हनन हो रहा हैं. लोकतंत्र में सभी को अधिकार है कौन क्या पहनता है इस पर रोक नहीं लगनी चाहिए. जब कोर्ट में मामला चला गया है इस पर बीजेपी को राजनीति नहीं करना चाहिए.